भित्ति पत्रिका व ब्लाग का लोकार्पण
हिन्दी दिवस पर मुख्य अतिथि द्वारा हिन्दी विभाग की मासिक भित्ति पत्रिका ‘पारमिता’ व ब्लाग (subishindi.blogspot.in) का भी लोकार्पण किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि व साहित्यकार नवल शुक्ल ने कहा कि जिस भाषा में चिंतन, मनन, सोच और व्यवहार हो, वही भाषा है । भाषा मनुष्य के भावों को व्यक्त करने के लिए व्यक्ति का पहली औज़ार थी । कहा कि चेतना का स्तर स्वभाषा से ही बेहतर होगा । सह प्राध्यापक डॉ. नवीन मेहता ने कहा कि लोगों को चाहिए कि वो भाषा को सीखें, समझे और भाषा के साथ स्वयं को भी उन्नत करें । लोकार्पण के बाद उन्होंने प्रतिक्रिया वाले पन्ने पर विभाग व संपादक को अपनी शुभकामनायें दी । बता दें कि पहले अंक का सम्पादन हिन्दी विभाग के पी-एच.डी. शोधार्थी अनीश कुमार ने किया है ।
हिन्दी दिवस पर मुख्य अतिथि द्वारा हिन्दी विभाग की मासिक भित्ति पत्रिका ‘पारमिता’ व ब्लाग (subishindi.blogspot.in) का भी लोकार्पण किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि व साहित्यकार नवल शुक्ल ने कहा कि जिस भाषा में चिंतन, मनन, सोच और व्यवहार हो, वही भाषा है । भाषा मनुष्य के भावों को व्यक्त करने के लिए व्यक्ति का पहली औज़ार थी । कहा कि चेतना का स्तर स्वभाषा से ही बेहतर होगा । सह प्राध्यापक डॉ. नवीन मेहता ने कहा कि लोगों को चाहिए कि वो भाषा को सीखें, समझे और भाषा के साथ स्वयं को भी उन्नत करें । लोकार्पण के बाद उन्होंने प्रतिक्रिया वाले पन्ने पर विभाग व संपादक को अपनी शुभकामनायें दी । बता दें कि पहले अंक का सम्पादन हिन्दी विभाग के पी-एच.डी. शोधार्थी अनीश कुमार ने किया है ।
हिन्दी दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताओं
का आयोजन
साँची
बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय, बारला, रायसेन, मध्य प्रदेश के हिंदी विभाग
द्वारा तीन दिवसीय (12 से 14 सितंबर 2017 तक) हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया
। इस अवसर पर निम्न प्रतियोगिताएँ आयोजित की गयी निबंध प्रतियोगिता, पोस्टर
निर्माण प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, स्वरचित कविता पाठ प्रतियोगिता का भी
आयोजन हुआ । पहले दिन दो प्रतियोगिताएँ निबंध प्रतियोगिता और पोस्टर निर्माण
प्रतियोगिता आयोजित की गयी । निबंध प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। निबंध लेखन हेतु दो शीर्षक ‘सोशल मीडिया और हिन्दी’ और ‘जल और जीवन’ निर्धारित किए गए थे । पोस्टर
प्रतियोगिता का विषय हिंदी से संबंधित स्लोगन, लेखक छायाचित्र आदि निर्धारित किया
गया था । सभी प्रतियोगिताओं के लिए अधिकतम 10 अंक निर्धारित किया गया था । प्रतियोगिता
के बाद परिसर में सभी पोस्टरों की प्रदर्शिनी लगाई गई ।
दूसरे दिन भाषण
प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इसकी समय सीमा 5 मिनट रखी गई थी । इसका विषय
“हिन्दी और राष्ट्र” था । सभी ने पूरे उत्साह के साथ भाषण दिये । तीसरे दिन
स्वरचित कवितापाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । सभी प्रतियोगिताओं के परिणाम की
घोषणा समारोह के अंतिम दिन 14 सितंबर 2017 को की गयी। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान योग विभाग के शोधार्थी उमाशंकर कौशिक, द्वितीय स्थान बौद्ध विभाग के एम.ए. के छात्रा सोनाली बारमाटे और तृतीय स्थान संस्कृत विभाग के एम.ए. के छात्र गौतम आर्य को मिला । पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार भारत जैन, द्वितीय पुरस्कार प्रतीक सागर, तृतीय पुरस्कार तिलक गायन को मिला ।
भाषण
प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार गौतम आर्य, द्वितीय पुरस्कार शुभम महेश गजभिए
व तृतीय पुरस्कार अशोक कुमार सखवार को मिला । कविता प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार
स्नेहलता मिश्रा, द्वितीय पुरस्कार भारत जैन व
तृतीय पुरस्कार सुनीता गुरुङ को मिला । सभी विजेताओं को मुख्य अतिथि श्री नवल मिश्र, डॉ. शुक्ला मुखर्जी, डॉ. नवीन मेहता और हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ. राहुल सिद्धार्थ द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया। पुरस्कार के रूप में सभी को प्रमाण पत्र और हिन्दी की पुस्तकें दिये गये । कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शोधार्थियों, विद्यार्थियों समेत बड़ी संख्या में प्राध्यापक व कर्मचारी उपस्थित थे । मुख्य कार्यक्रम का संचालन विभाग प्रभारी डॉ. राहुल सिद्धार्थ व पी-एच.डी. शोधार्थी अनीश कुमार ने किया । धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नवीन मेहता ने किया ।
प्रस्तुति
अशोक कुमार सखवार
पी-एच.डी. शोधार्थी

