Thursday, 15 November 2018

हिन्दी विभाग में मनाया गया हिन्दी दिवस 14 सितंबर 2018

          सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा 12 से 14 सितंबर 2018 को हिन्दी दिवस दिवस के रूप में मनाया गया । कार्यक्रम का आयोजन हिन्दी विभाग द्वारा किया गया था । कार्यक्रम को कई उपखंडो में विभाजित किया गया था । कार्यक्रम के पहले दिन निबंध प्रतियोगिता तथा कविता प्रतियोगिता रखा गया था । जिसमें निबंध का विषय सोशल मीडिया और हिन्दी : अभिव्यक्ति के नए प्रतिमान रखा गया था । इसमें कई विद्यार्थियों व शोधार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया । दूसरे सत्र में भाषण प्रतियोगिता और पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता रखा गया था । भाषण का विषय था भाषिक अस्मिता और राष्ट्र । दूसरे दिन स्वरचित कविता पाठ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ । जिसमें विश्वविद्यालय के नए पुराने कवियों से अपनी स्वरचित कविता का पाठ किया । दूसरे सत्र में पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता राखी गई इसका विषय भारतीय संविधान और हिन्दी रखा गया था । 



कार्यक्रम के तीसरे दिन मुख्य कार्यक्रम व समापन समारोह था । जिसके मुख्य अतिथि हिन्दी साहित्य के मूर्धन्य साहित्यकार प्रो. विजय बहादुर सिंह थे । अंतिम दिन स्वरचित कविता प्रतियोगिता में विजित प्रतिभागियों द्वारा अपनी कविता का पुनर्पाठ किया गया । विजय बहादुर सिंह ने अपने वक्तव्य में हिन्दी कि तात्कालिक स्थिति व शोध की गिरती साख को लेकर अपनी चिंता प्रकट किया । कहा कि आज शोध कार्य महज कमरे बंद होकर किया जा रहा है जो हिन्दी कि भविष्य के साथ खिलवाड़ है । हिन्दी दिवस का आयोजन तो आज महज कोटापूर्ति बनकर रह गई है । यह भी कहा कि आज का दिन तो कार्यालयी हिन्दी का दिन है । साहित्यिक हिन्दी का दिन तो रोज होता है । उसे किसी एक दिन कि जरूरत नहीं । कार्यालयी हिन्दी और साहित्यिक हिन्दी में उन्होने भिन्नता को भी समझाया । इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. नवीन मेहता जी ने हिन्दी कि महत्ता पर ज़ोर देते हुए कहा कहा कि इसे जल्द से जल्द सयुंक्त राष्ट्र संघ भाषा बनाई जानी चाहिए । हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ. राहुल सिद्धार्थ ने हिन्दी के साथ अन्य भाषाओं को साथ लेकर चलने पर ज़ोर दिया । कहा कि आज का समय अंतरानुशासनिक अध्ययन का है इसलिए हमें शोध के स्तर को बढ़ाने हेतु सहविषयों का अभी अध्ययन करना चाहिए । कार्यक्रम के अंत में विजयी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया । धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्रोफेसर डॉ. मुकेश वर्मा ने किया । कार्यक्रम का संचालन अनीश कुमार ने किया । इस अवसर पर विश्वविद्यालय के भारी संख्या में शोधार्थी, विद्यार्थी, कर्मचारी व प्राध्यापक उपस्थित थे ।

प्रस्तुति
अनीश कुमार
पीएचडी हिन्दी विभाग

हिन्दी विभाग में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस - 2018

          सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा 09 अगस्त 2018 को विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया । कार्यक्रम का आयोजन हिन्दी विभाग द्वारा किया गया था । ज्ञातव्य है की सयुंक्त राष्ट्र संघ द्वारा 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में घोषित किया है । कार्यक्रम की शुरुआत में हिन्दी विभाग के शोधार्थी अनीश कुमार ने आदिवासी दिवस की महत्ता व उसके बारें में संक्षिप्त जानकारी दी । बताया कि विश्व में अफ्रीका के बाद सबसे ज्यादा आदिवासी भारत में हैं जो भारत कि कुल जनसंख्या के लगभग 7 प्रतिशत से भी अधिक हैं । आजकल आदिवासियों को वनवासी कहने का चलन काफी बढ़ गया है जो उनके मूल भावना के साथ खिलवाड़ लगता है । इसपर आपत्ति जताते हुए अनीश कुमार ने कहा कि आदिवासी ही इस देश के मूलनिवासी हैं । आदिवासियों का इतिहास बहुत लंबा और सम्मृद्ध है । आज हम अपने को उत्तर आधुनिक होने का दावा करते हैं लेकिन वह सभी संस्कृति आदिवासियों के यहाँ बहुत पहले से पाई जाती है । 

इसी क्रम में बौद्ध अध्ययन विभाग के शोधार्थी शेषनाथ वर्णवाल ने झारखंड के आदिवासियों के प्रति सरकार कि उदासीनता व तात्कालिक स्थिति के बारें में बताया । बताया कि आज सरकारें उन्हें उनकी ही जमीन से बेदखल कर रही है । सरकारी योजनाएँ सरकार सही तरीके से लागू नहीं कर पा रही है । फिर भी आये दिन विकास के नाम पर उनको विस्थापित किया जा रहा है । उन्होंने बताया हम एक आदर्श समाज की कल्पना करते हैं कि ऐसा समाज हो लेकिन आदिवासी समाज वैसा है । झूठे विकास के नाम पर उनको प्रकृति से अलग नहीं किया जाना चाहिए । पीएचडी योग के शोधार्थी रंजीत कुमरे ने अपनी आप बीती सुनाई । आदिवासियों को आज भी मुख्य धारा के विकास का दंश झेलना पड़ रहा है । जबकि वे हमेशा से उदारवादी नीति के पक्ष में रहे हैं । अँग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष व अधिष्ठाता डॉ. नवीन मेहता जी ने अँग्रेजी साहित्य में वर्णित आदिवासियों कि कथा व्यथा को निर्देशित करते हुए मध्य प्रदेश के आदिवासियों कि तात्कालिक स्थिति से अवगत कराया । कहा कि आज हम जिस भूमि पर बैठ कर बाते कर रहे हैं वह भूमि गोंडवाना लैंड के नाम से इतिहास में दर्ज है । हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राहुल सिद्धार्थ ने निर्मला पुतुल और वंदना टेटे कि कविताओं का पाठ करते हुए आदिवासी समुदाय को समझाने का प्रयास किया । कहा कि यह भारत वर्ष आदिवासियों कि रही है । लेकिन बिडम्बना आज यह है वे लोग अपनी ही भूमि पर शरणार्थी कि तरह जीवन जीने को अभिशप्त हो गए हैं । इसी तरह विश्वविद्यालय के शोधार्थी अशोक कुमार सखवार, कपिल कुमार गौतम आदि ने भी अपने विचार रखे । इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कई शोधार्थियों विद्यार्थियों व कर्मचारियों ने हिस्सा लिया । कार्यक्रम का संयोजन, संचालन व धन्यवाद ज्ञापन हिन्दी विभाग के शोधार्थी अनीश कुमार ने किया व रिपोर्टिंग शेषनाथ वर्णवाल ने किया ।

प्रस्तुति
अनीश कुमार
पीएचडी हिन्दी विभाग   

Friday, 1 June 2018

भित्ति पत्रिका 'पारमिता' का तृतीय अंक - संपादक अनीश कुमार


सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय, बरला, रायसेन, मध्य प्रदेश के हिन्दी विभाग द्वारा मासिक भित्ति (दीवार) पत्रिका का सम्पादन किया जाता है । इसके तृतीय अंक का सम्पादन हिन्दी विभाग की पी-एच.डी. शोधार्थी अनीश कुमार के द्वारा किया गया । अब ये पत्रिका ब्लाग पर पढ़ी जा सकती है । सम्मानित पाठकों के सुझाव व प्रतिक्रियायें आमंत्रित हैं ।                                                - संपादक

email : bhittipatrika@gmail.com






























प्रस्तुतकर्ता
अनीश कुमार
पीएचडी हिन्दी

Thursday, 17 May 2018

सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में सत्र 2018-19 में प्रवेश के लिए आवेदन आमंत्रित हैं । कृपया अंतिम समय में सर्वर की समस्या से बचने के लिए अविलंब फॉर्म सबमिट कर दें।

हिन्दी विभाग में एम.फिल., पी-एच.डी. व परास्नातक के पाठ्यक्रम संचालित किए जाते हैं । 
अधिक जानकारी के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट https://www.sanchiuniv.edu.in पर संपर्क करें । 

wide range of quality courses offered as under
M.A. / M.Sc / M.F.A.M.Phil.Ph.D.Certificate Course
Indian Philosophy
Buddhist Studies
Vedic Studies
Yoga & Holistic Health
Sanskrit
Hindi
English
Indian Painting
Chinese Language
Indian Philosophy
Buddhist Studies
Vedic Studies
Yoga
Ayurveda
Hindi
English
Sanskrit
Indian Painting
Indian Philosophy
Vedic Studies
Yoga
Ayurveda
English
Sanskrit
Indian Painting
Chinese Language
Written & Spoken Sanskrit
Pali Language and Literature

Diploma
Chinese Language
Last Date of Online Application    18 June, 2018
Entrance Examination1 July, 2018
Commencement of Admission23 July, 2018




Wednesday, 16 May 2018

भित्ति पत्रिका 'पारमिता' का दूसरा अंक - संपादक सुनीता गुरुङ


सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय, बरला, रायसेन, मध्य प्रदेश के हिन्दी विभाग द्वारा मासिक भित्ति (दीवार) पत्रिका का सम्पादन किया जाता है । इसके द्वितीय अंक का सम्पादन हिन्दी विभाग की पी-एच.डी. शोधार्थी सुनीता गुरुङ के द्वारा किया गया । अब ये पत्रिका ब्लाग पर पढ़ी जा सकती है । सम्मानित पाठकों के सुझाव व प्रतिक्रियायें आमंत्रित हैं । - संपादक
email : bhittipatrika@gmail.com























प्रस्तुति 
अनीश कुमार 
पी-एच.डी. शोधार्थी, हिन्दी

हिन्दी विभाग में मनाया गया हिन्दी दिवस 14 सितंबर 2018

          सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा 12 से 14 सितंबर 2018 को हिन्दी दिवस दिवस के रूप में मनाया ग...